Facts About Shiv chaisa Revealed
Facts About Shiv chaisa Revealed
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सुबह सुबह ले शिव का नाम, कर ले बन्दे ये शुभ काम
काशी में जाके विराजे देखो तीनो लोक के स्वामी
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥
ॠनिया जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब Shiv chaisa के घटवासी॥
गंगा जटा में तुम्हारी, हम प्यासे more info यहाँ ॥
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं Shiv chaisa जैसे॥
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥
शिव पंचाक्षर स्तोत्र
श्री शिव भजन – शंकर मेरा प्यारा लिरिक्स…